हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत मुहम्मदे मुस्तफ़ा स.ल.व.व. ने यह दुआ बयान फ़रमाई हैं।
اَللّـهُمَّ اَعِنّي فِيهِ عَلى صِيامِهِ وَقِيامِهِ، وَجَنِّبْني فيهِ مِنْ هَفَواتِهِ وَآثامِهِ، وَارْزُقْني فيهِ ذِكْرَكَ بِدَوامِهِ، بِتَوْفيقِكَ يا هادِيَ الْمُضِلّينَ .
मेरे अल्लाह! आज के दिन मुझे रोज़ा रखने और इबादत करने में मदद कर , और इसमें मुझे बेकार बातों और गुनाहों से बचाए रख और इसमें मुझे ये तौफ़ीक़ दे के हमेशा तेरे ज़िक्र में रहूँ ऐ गुमराहों को हिदायत देने वाले।